दास की परिभाषा‘‘

Image
‘‘दास की परिभाषा‘‘ एक समय सुल्तान एक संत के आश्रम में गया। वहाँ कुछ दिन संत जी के विशेष आग्रह से रूका । संत का नाम हुकम दास था। बारह शिष्य उनके साथ आश्रम में रहते थे। सबके नाम के पीछे दास लगा था। फकीर दास, आनन्द दास, कर्म दास, धर्मदास। उनका व्यवहार दास वाला नहीं था। उनके गुरू एक को सेवा के लिए कहते तो वह कहता कि धर्मदास की बारी है, उसको कहो, धर्मदास कहता कि आनन्द दास का नम्बर है। उनका व्यवहार देखकर सुल्तानी ने कहा कि:-  दासा भाव नेड़ै नहीं, नाम धराया दास। पानी के पीए बिन, कैसे मिट है प्यास।। सुल्तानी ने उन शिष्यों को समझाया कि मैं जब राजा था, तब एक दास मोल लाया था। मैंने उससे पूछा कि तू क्या खाना पसंद करता है। दास ने उत्तर दिया कि दास को जो खाना मालिक देता है, वही उसकी पसंद होती है। आपकी क्या इच्छा होती है? आप क्या कार्य करना पसंद करते हो? जिस कार्य की मालिक आज्ञा देता है, वही मेरी पसंद है। आप क्या पहनते हो? मालिक के दिए फटे-पुराने कपड़े ठीक करके पहनता हूँ। उसको मैंने मुक्त कर दिया। धन भी दिया। उसी की बातों को याद करके मैं अपनी गुरू की आज्ञा का पालन करता हूँ। अपनी मर्जी कभी न

लक्षदीप कुल 60 दीपों का समूह है जिसमें मिनिकॉय सबसे बड़ा है

लक्षदीप कुल 60 दीपों का समूह है जिसमें मिनिकॉय  सबसे बड़ा है

 लक्ष्यदीप केरल के तट से 398 किलोमीटर दूर अरब सागर में स्थित है और इसका सबसे बड़ा द्वीप मिनिकॉय द्वीप सबसे व्यस्त जलमार्ग के रूट पर है 

लक्ष्यदीप को सारा साजो सामान केरल से सप्लाई होता है केरल पर दशकों से वामपंथियों और कांग्रेस का कब्जा रहा है इस तरह एक साजिश के तहत लक्ष्यदीप जिसकी आजादी के समय आबादी  50% हिंदुओं और 50% मुस्लिमों की थी आज 98% मुस्लिमों की हो गई है

 वहां की बहुत सी खबरें भारतीय मीडिया में नहीं आ पाती लेकिन विदेशी मीडिया में आती हैं 

क्या आपको किसी भारतीय चैनल ने यह बताया कि श्रीलंका के चर्च में हुए भीषण बम विस्फोट के चार शांतिदूत आरोपी नाव से भागकर लक्ष्यदीप आ गए थे और उन्हें एक मस्जिद में छुपाया गया था आप गूगल पर सर्च करिए श्रीलंका की मीडिया में यह खबर छपी लेकिन भारत में यह खबर दबा दी गई 

आई एस आई से लेकर कई कुख्यात आतंकवादी संगठनों का सबसे बड़ा अड्डा इस वक्त मिनिकॉय  बन चुका है 

भारतीय कोस्ट गार्ड पिछले कुछ सालों में 3000 करोड़ का स्मगलिंग का सामान यहां से बरामद की है

 60 दीपों वाले इस समूह में सिर्फ 347 पुलिसकर्मी तैनात है अब आप सोचिए लक्षयद्वीप  में कानून व्यवस्था की क्या हाल होगी

 लेकिन चूंकि लक्षद्वीप भारत के मैनलैंड से लगभग 400 किलोमीटर दूर है इसलिए वहां की तमाम खबरें बाहर नहीं आती और मुझे अभी नहीं लगता कि भारत के किसी भी टीवी चैनल या किसी भी अखबार का प्रतिनिधि लक्ष्यदीप में तैनात होगा

नए प्रशासक प्रफुल्ल पटेल जो गुजरात के गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं और दमन और दीव के प्रशासक रह चुके हैं यहां तैनाती के बाद जब उन्होंने यहां के सारे हालातों को समझा फिर जब उन्होंने लक्ष्यदीप के क्रियाकलापों को पर नकेल कसनी शुरू की तब सारे वामपंथी और चरमपंथी इस्लामिस्ट बिलबिलाने  लगे

Comments

Popular posts from this blog

राकेश झुनझुनवाला, जानिए कितना बड़ा है बिग बुल का परिवार, कौन था उनके लिए सबसे जरूरी

चमत्कार !!! #चमत्कार !!! #चमत्कार !!!

मोहम्मद जी का जन्म हुआ।