Posts

Showing posts from June, 2020

दास की परिभाषा‘‘

Image
‘‘दास की परिभाषा‘‘ एक समय सुल्तान एक संत के आश्रम में गया। वहाँ कुछ दिन संत जी के विशेष आग्रह से रूका । संत का नाम हुकम दास था। बारह शिष्य उनके साथ आश्रम में रहते थे। सबके नाम के पीछे दास लगा था। फकीर दास, आनन्द दास, कर्म दास, धर्मदास। उनका व्यवहार दास वाला नहीं था। उनके गुरू एक को सेवा के लिए कहते तो वह कहता कि धर्मदास की बारी है, उसको कहो, धर्मदास कहता कि आनन्द दास का नम्बर है। उनका व्यवहार देखकर सुल्तानी ने कहा कि:-  दासा भाव नेड़ै नहीं, नाम धराया दास। पानी के पीए बिन, कैसे मिट है प्यास।। सुल्तानी ने उन शिष्यों को समझाया कि मैं जब राजा था, तब एक दास मोल लाया था। मैंने उससे पूछा कि तू क्या खाना पसंद करता है। दास ने उत्तर दिया कि दास को जो खाना मालिक देता है, वही उसकी पसंद होती है। आपकी क्या इच्छा होती है? आप क्या कार्य करना पसंद करते हो? जिस कार्य की मालिक आज्ञा देता है, वही मेरी पसंद है। आप क्या पहनते हो? मालिक के दिए फटे-पुराने कपड़े ठीक करके पहनता हूँ। उसको मैंने मुक्त कर दिया। धन भी दिया। उसी की बातों को याद करके मैं अपनी गुरू की आज्ञा का पालन करता हूँ। अपनी मर्जी कभी न

प्रभु भक्ति का आनंद राज्य के आनंद से अधिक

*प्रभु भक्ति का आनंद राज्य के आनंद से अधिक*  🌻 *अब्राहिम सुल्तान अधम एक बार अपने राज्य की राजधानी के पास आकर बैठ गया उसी समय उसके पुत्र को जो राजा बना हुआ था पता चला कि तेरे पिताजी बाहर जंगल में एक तालाब पर विराजमान है बहुत शक्ल बिगढ़ी हुई दाढ़ी बढ़ी हुई खाना नहीं पीना नहीं नहाना नहीं धोना नहीं ऐसी व्यवस्था हो गई है लड़के ने जाकर प्रार्थना की कि पिताजी आप अपनी भक्ति घर पर कर लेना हम मना नहीं करेंगे अब्राहम ने कहा कि पुत्र मेरा घर मुझे प्राप्त हो गय ा अब मुझे कुछ नहीं चाहिए लड़के ने पूछा कि आपके प्रभु में क्या सकती है अब्राहिम सुल्तान ने कहा कि प्रभु में ही शक्ति नहीं है तो पुत्र शक्ति होगी किसमें लड़का कहता है कि मेरे पास इतने घोड़े हैं इतने हाथी हैं इतनी सेना है जो चाहे कर दूं अब्राहम ने कहा कि पुत्र एक काम कर दे इस तालाब में मैंने एक सुई डाल दी है इसको ढूंढ वादे सारा पानी छान मारा गारा भी छान मारी लेकिन सूई नहीं पाई तब उसका पुत्र कहता है कि क्या आपके प्रभु ढूंढ देंगे? अब्राहम ने कहा कि प्रभु तो मेरे प्राण हे प्रभु कृपा से हर जीब मेरा साथी है अब्राहिम ने प्रार्थना की कि है मछलीयो